Assam ki Thali

असम के ये पाँच पकवान ज़रूर ट्राई करें

असम जाएं तो असमिया थाली का स्वाद लेना ना भूलें। असम का पारम्परिक खाना भारी पीतल की थाली में परोसा जाता है। इस थाली में कई कटोरियों में भरे स्वादिष्ट व्यंजन देखकर मुंह में पानी आ ही जाता है। आइए बताते हैं कि इस थाली में आपके ज़ायक़े को बढ़ाने के लिए क्या-क्या होता है ख़ास

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असम के मुख्य पकवान


 

1. खार 

 

पारम्परिक असमिया खाना खार के साथ ही शुरू किया जाता है। खार आमतौर पर कच्चे पपीते, सरसों की पत्तियों, सब्ज़ियों और किसी दाल से बनाया जाता है। खार की ख़ास बात ये होती है कि इसमें धूप में सुखाए गए केलों के छिलकों से फ़िल्टर किए गए पानी का इस्तेमाल किया जाता है। 


2. मासेर टेंगा

 

हल्की खटास के साथ तैयार मछली वाले व्यंजनों को टेंगा कहा जाता है। खटास के लिए आमतौर पर नींबू या टमाटर का इस्तेमाल किया जाता है।  


 

3. पीटिका 

 

पीटिका एक साइड डिश की तरह हर असमिया थाली का एक ज़रूरी हिस्सा है। आलू पीटिका सबसे ज़्यादा लोग पसंद करते हैं। उबले आलू को पीसकर उसमें कच्चे प्याज़, सरसों के तेल, हरी मिर्च और कभी-कभी अंडे को मिलाकर पीटिका तैयार की जाती है।


4. पुरा

 

 असमिया थाली में कोई एक भुनी चीज़ न हो ऐसा कैसे हो सकता है। ये भुनी हुई चीज़ पुरा कही जाती है। इसमें सब्ज़ियाँ, मछली या मीट शामिल होता है। भूने हुए बैगन के साथ बने पुरा को आलू बैगुन पुरा कहा जाता है। इसके अलावा पुरा मास (मछली) और पुरा मांखो (मांस) पुरा के कुछ और प्रकार हैं।


5. पोईता भात 

 

पके हुए चावलों को रातभर भिगाकर उन्हें फरमेंट करके पोईता भात बनाया जाता है। रात भर रखे हुए इन चावलों में सरसों का तेल, प्याज़, मिर्च और पीटिका मिलाकर पोईता भात बनाया जाता है।  

खाने में खीर और सलाद के साथ-साथ एक ख़ास क़िस्म का स्थानीय नींबू ज़रूर होता है। कुछ लोग इसका इस्तेमाल हाथ से मछली की बू दूर करने के लिए भी करते हैं। 

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उमेश पंत

उमेश पंत यात्राकार के संस्थापक-सम्पादक हैं। यात्रा वृत्तांत 'इनरलाइन पास' और 'दूर दुर्गम दुरुस्त' के लेखक हैं। रेडियो के लिए कई कहानियां लिख चुके हैं। पत्रकार भी रहे हैं। और घुमक्कड़ी उनकी रगों में बसती है।

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