वेटिकन (Vatican city country) यानी खूबसूरत चर्च, हरे-भरे उद्यान, अद्भुत वास्तुकला वाले संग्रहालय। यूरोप में मौजूद दुनिया के इस सबसे छोटे देश में आपको यह सबकुछ देखने को मिल जाएगा। वैटिकन इसाईधर्म के अनुयायियों का पवित्र स्थान होने के अलावा दुनियाभर के सैलानियों के बीच एक मशहूर पर्यटक स्थल भी है। रोमन कैथोलिक चर्च की इस राजधानी को आधिकारिक रूप से स्टेटऑफ़ वैटिकन सिटी नाम से जाना जाता है।
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वैटिकन क्यूँ है ख़ास (Why Vatican city country is special)
सिर्फ़ 44 हेक्टेयर का क्षेत्रफल, महज़ एक हज़ार की जनसंख्या और उसके बावजूद अपनी मुद्रा, डाक सेवा और रेडियो सेवा के साथ एक पूरे देश का दर्जा होना अपने में एक अनूठी बात हैजो वैटिकन को ख़ास बनाती है। इस देश की मुद्रा इटली में भी मान्य है। साथ ही, भारत के किसी छोटे से गाँव जितने इस देश का अपना झंडा और पासपोर्ट भी है।
यूरोप महाद्वीप के इटली की राजधानी रोम के अंतर्गत आने वाले इस देश को पूर्ण रूप से यूनेस्को विश्व धरोहर का दर्जा दिया गया है, दुनिया में ऐसी शायद ही कोई दूसरी मिसाल हो। वैटिकन पहाड़ी परटाइबर नदी के किनारे बसे इस देश में घुमक्कड़ी का अनुभव कई मायनों में ख़ास हो जाता है।
सिस्टीन चैपल (उपासना स्थल)
यह चैपल मशहूर शिल्पकार माइकेलएंजिलो की वास्तुकला का अद्भुत नमूना है। ख़ासकर इसके छत पर उकेरी गई कलाकारी देखकर आप चकित रह जाते हैं। अपने इन्हीं अनूठेभित्तिचित्रों की वजह से इसे दुनिया के सबसे महत्वपूर्ण कलाकारी के नमूनों में शुमार किया जाता है।
यह उपासना स्थल दरसल उस महल का ही एक हिस्सा है जो पोप का निवास स्थल है। सिस्टीन चैपल सुबह नौ बजे से शाम के छह बजे तक पर्यटकों के लिए खुला रहता है, हालांकि रविवार के दिन यह बंद रहता है।
सेंट पीटर चौक
वैटिकन में प्रवेश करते ही यह चौक आपको अपनी तरफ़ आकर्षित करने लगता है। क़रीब 80 हज़ार लोगों की सभा को समायोजित करने की क्षमता रखने वाले इस चौक के ठीक सामनेसेंट पीटर चर्च है। चर्च और इस चौक को अगर गौर से देखें तो ऐसा लगता है अपनी बाहें पसारे आपके सामने खड़ा हो।
दरसल जब इस जगह की परिकल्पना गयी तो यही सोचा गया किइसका स्थापत्य ऐसा हो कि लगे कि मदर चर्च की यह इमारत बाहें फैलाकर आपको अपने आग़ोश में लेना चाहती है। सफ़ेद रंग की इमारतों और गिरिजाघरों के कलात्मक स्तम्भों से घिरेइस चौक पर होना अविस्मरणीय अनुभव बन जाता है।
सेंट पीटर बेसीलिका
बरोक शैली में बनी यह बेसीलिका दुनिया की सबसे सुंदरतम बेसीलिका में गिनी जाती है। कहा जाता है कि इस जगह पर पहले पोप, पोप पीटर को दफ़नाया गया था इसलिए इसाईधर्म को मानने वालों के लिए यह एक बेहद महत्वपूर्ण तीर्थ स्थल है। यह दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा केथोलिक चर्च है। बेसीलीका के सामने सेंट पीटर सक्वायर पर एक बड़ी सी दर्शकदीर्घा बनाई गई है जहां सामने बने मंच से पोप का सम्बोधन होता है।
वैटिकन संग्रहालय
इस संग्रहालय में माईकेलएंजिलो और रफ़ायल जैसे विश्वप्रसिद्ध कलाकारों की बनाई कलाकृतियाँ रखी गई हैं। साथ ही आप यहाँ रोम, ग्रीस और मिस्र जैसे प्राचीनतम साम्राज्यों के दौरकी कलाकृतियों का संग्रह भी देख सकते हैं। यहाँ बनाई गई अलग-अलग गैलरी में विश्वप्रसिद्ध कलाकृतियों की नुमाइश है जिसे देखने के लिए दुनियाभर से लोगों का जमावड़ा लगारहता है। आप वैटिकन जाएं तो पहले ही अपनी बुकिंग करवा लें वरना आपको इस संग्रहालय में प्रवेश के लिए लंबी पंक्तियों में इंतज़ार करना पड़ सकता है।
Vatican city country कब जाएँ
अप्रैल से जून तक या सितंबर से अक्टूबर तक का समय वैटिकन घूमने के लिए सबसे मुफ़ीद माना जाता है। हांलाकि इस दौरान आपको यहाँ पर्यटकों की संख्या बहुत ज़्यादा होती है।वैटिकन घूमने के लिए आपको नज़दीकी शहर रोम में एडवांस में ही रहने का इंतज़ाम कर लेना होगा।
Vatican city country कैसे पहुँचें
नज़दीकी हवाई अड्डा लियोनार्डो दा विंची एयरपोर्ट इटली के रोम शहर के केंद्र से तीस किलोमीटर की दूरी पर है। इसके अलावा रोम से पंद्रह किलोमीटर दूर एक और हवाई अड्डा है जहां डोमेस्टिक फ़्लाइट्स उतरती हैं। रोम इटली के प्रमुख शहरों से रेलवे के ज़रिए भी सीधे जुड़ा है जहां से आप वैटिकन आ सकते हैं। आप चाहें तो इटली के मुख्य शहरों से सड़क मार्ग केज़रिए भी यहाँ पहुँच सकते हैं।